
अंबेडकर नगर
लगभग चार दशक बाद एक बार फिर से अकबरपुर से टांडा रेलवे लाइन पर यात्री ट्रेन के दौड़ने की उम्मीद है। बुनकर बहुल क्षेत्र टांडा के लिए यात्री ट्रेन के संचालन के लिए सांसद लालजी वर्मा ने केंद्रीय रेलमंत्री को पत्र भेजा है।
एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत जिले का कपड़ा उद्योग के लिए चयन किया गया है। जिले में एक लाख से अधिक पावरलूम संचालित हैं। सबसे अधिक पावरलूम टांडा में हैं। इसके अलावा हंसवर, किछौछा, जहांगीरगंज, जलालपुर व अकबरपुर में भी कपड़े का निर्माण होता है। बुनकर बहुल क्षेत्र टांडा में निर्मित होने वाले कपड़ों का निर्यात कोलकाता, गुजरात, दिल्ली, तमिलनाडु समेत अन्य प्रांत में किया जाता है। परिवहन की समुचित व्यवस्था न होने से बीते कई वर्ष से कपड़ा उद्योग को तगड़ा झटका लग रहा है।
लगभग तीन दशक पहले टांडा से अकबरपुर के लिए संचालित यात्री ट्रेन का संचालन बंद हो गया है। लंबे समय से बुनकरों द्वारा यात्री ट्रेन का फिर संचालन किए जाने की मांग की जा रही है। इस बीच बीते दिनों ही सांसद लालजी वर्मा ने लोकसभा में न सिर्फ इसे लेकर आवाज उठाई, बल्कि रेलमंत्री को भी इस संबंध में पत्र लिखा है। सांसद के अनुसार केंद्रीय रेलमंत्री ने इस संबंध में सकारात्मक रवैया दिखाया है। उम्मीद है कि शीघ्र ही इसे लेकर सर्वे का काम भी शुरू हो जाएगा।
मिलेगा कपड़ा उद्योग को पंख
उत्तर प्रदेश बुनकर सभा के प्रदेश अध्यक्ष हाजी इफ्तेखार अहमद ने कहा कि यदि टांडा से अकबरपुर तक यात्री ट्रेन का संचालन फिर से शुरू होता है तो इससे कपड़ा उद्योग को पंख लगेगा। दरअसल परिवहन बस या फिर निजी बस व अन्य वाहन से कपड़ा अकबरपुर तक ले जाने, इसके बाद उसे अन्य प्रांत तक बिक्री करने ले जाने से अधिक खर्च होता है। इससे लागत निकालना भी मुश्किल होता है। परिवहन की समुचित व्यवस्था न होने से ही पावरलूम एक-एक कर लगातार बंद हो रहे हैं। बुनकर नेता इम्तियाज हुसैन ने कहा कि सांसद द्वारा उठाया गया कदम सराहनीय है। कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए टांडा से यात्री ट्रेन का संचालन अत्यंत जरूरी है।